साथी तेरी शादी में , बोल आऊंगा मैं कैसे ,
तुझको विदा होते , देख पाउँगा मैं कैसे , बातें वो बचपन की ,याद आएंगी अब मुझको ,
जिसकी हंसी भाए , कैसे रोते देखूं उसको ,
खेल गुडिया की शादी का , खेल पाउँगा मैं कैसे,
तुझको विदा होते.....
चाहूँ तो मैं भी ये , तुझे डोली में देखूं मैं,
धान-चावल विदाई की, तेरी झोली में देखूं मैं,
पर आंसू भरे नैना , झेल पाउँगा मैं कैसे,
तुझको विदा होते.....
जब रोएगी अम्मा की, आंचल से लिपटकर तू ,
और बाबुल के कुर्ते को , पकड़ेगी झपटकर तू,
यूँ तड़पते हुए तुझको, समझाऊंगा मैं कैसे,
तुझको विदा होते.....
super.....lovely.........dnt hv words to xpress hw much i lykd dis one....:) :)
ReplyDeleteTnx dear, I'll try to make it even better nxt tym :)
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